भूमि और विकास कार्यालय के प्रमुख कार्य निम्नप्रकार हैं:-
- दिल्ली में राजधानी के सृजन हेतु तथा पुनर्वास कॉलोनियों हेतु सम्मिलित भूमि के लिए वर्ष 1911 में अधिग्रहित किए गए सभी नजुल भूमि के प्रलेखों का रखरखाव।
- विभिन्न सरकारी/अर्ध सरकारी विभागों तथा भारत सरकार के निर्देशों के अधीन विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, धर्मार्थ, शैक्षिक एवं धार्मिक संस्थाओं को भूमि आवंटित करना।
- भारत सरकार के निर्देशों के अधीन आवासीय/व्यावसायिक उद्देश्यों हेतु भूमि की नीलामी करना।
- प्रत्यक्ष तौर पर भूमि और विकास अधिकारी तथा क्षेत्रीय निबटान आयुक्त द्वारा दिल्ली/नई दिल्ली में प्रदान किए गए विभिन्न पट्टों का उसमें उल्लिखित पट्टे की शर्तों और समय-समय पर भारत सरकार द्वारा जारी आदेशों/अनुदेशों के अनुसार प्रशासन एवं प्रबंधन।
- भूमि के संबंध में इसके नियंत्रणाधीन सभी सरकारी बकायों की वसूली।
- सरकारी भूमि से अनधिकृत तौर पर अतिक्रमण करने वालों की बेदखली और उनसे नुकसान की वसूलीः उनके नियंत्रणाधीन क्षेत्र में सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत निवासियों की बेदखली) अधिनियम, 1971 का प्रशासन।
- उनके नियंत्रणाधीन भूमि के संबंध में राजस्व के तौर पर सभी प्राप्तियों और वापसी के लेखों का रखरखाव।
- विशिष्ट प्रकार के पट्टो के संबंध में फ्री होल्ड में परिवर्तन की अनुमति प्रदान करना।
- उपरोक्त (i) से (vii) तक जुड़े तथा इनसे उठने वाले सभी मामले।
Last Updated Date : Sep 21 2015 10:48AM